बरसाती मौसम की बीमारियां, बचाव और इलाज, होमियोपैथिक के साथ

Monsoon Season Illnesses: Prevention and Homeopathic Treatment Guide

बरसाती मौसम के दौरान प्रकृति का चक्र बदलता है। इस ऋतु में वर्षा के अलग-अलग रूप देखे जा सकते हैं, कभी अचानक झमाझम तो कभी बूंदाबांदी, कभी-कभी मानसून के मौसम में दो या तीन दिनों तक लगातार वर्षा होती है। कभी कभी  रिमझिम होणे वाली बारिश बहुत मनमोहक होती हैl हम सब और साथ हि पक्षी और जानवर भी बारिश का आनंद लेते हैं। लेकीन इस बारीश के साथ कई बिमारीया भी आती हैl बरसाती मौसम में सबसे ज्यादा बीमारियां जन्म लेती है इसलिये होमियोपैथिक के साथ इसका बचाव और उपचार करना संभव है l 

बरसात के मौसम की बीमारियां

  • दस्त
  • वायरल फ्लू
  • डेंगू
  • मलेरिया
  • चिकनगुनिया
  • ज्वर
  • हेपेटाइटिस
  • पीलिया
  • त्वचारोग

बरसाती मौसम की बीमारियां कें लक्षण

  • गला खराब होना
  • ठंड
  • बुखार
  • खाँसी
  • सिर दर्द
  • शरीर में दर्द
  • कब्ज़
  • भूख में कमी

बरसाती मौसम की बीमारियां से बचाव

  • इस मौसम में तेज बारिश में जाने से बचना चाहिए, हो सके तो छाता/रेन कोट का इस्तेमाल करें और घर लौटने के बाद शरीर और बालों को पूरी तरह से सुखा लें, बारिश में भीगने से बचें।
  • कपड़ों के ठीक से न सूखने के कारण उनमें अक्सर नमी रहती है और ऐसे वस्त्रों को पहनने से चर्म रोग होने की संभावना रहती हैl
  • विटामिन सी का सेवन बढ़ाएं। मानसून वायरस और बैक्टीरिया के पनपने का सही समय है।
  • जंक फूड से दूर रहो।
  • घर के अंदर का वातावरण साफ और सूखा रखना चाहिए, पानी को ज्यादा देर तक जमा नहीं होने देना चाहिए. आसपास साफ-सफाई रख कर मच्छरों को पनपने से रोकें।

होम्योपैथी इलाज

  •  रस टॉक्स 200: तीन गोलियां, दिन में चार बार, बारिश के संपर्क में आने के बाद सर्दी का इलाज करने में मदद करती हैं।
  • आर्स एल्ब 200,जेलसेमियम 200: तीन गोलियां, दिन में चार बार, सर्दी और सूँघने के इलाज में मदद करती हैं।
  •  आर्स एल्ब 200: तीन गोलियां, दिन में चार बार, सर्दी और सूँघने के इलाज में मदद करती हैं।
  • जेल्सेमियम 200: शरीर में दर्द, छींकने और नाक बहने, सिरदर्द और अत्यधिक थकान के साथ फ्लू होने पर इसे लगातार खुराक में लेना चाहिए।
  • Allium cepa 200: छींकने और नाक की खुजली के साथ होने वाली एलर्जी का इलाज करने में मदद करता है।
  • Acon बुखार – वायरल, संक्रमण, बुखार (मर्फी)

होम्योपैथिक उपचार प्रभावी होते हैं।विभिन्न बिमारीयों के लिए 4,000 से अधिक होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध हैं।होम्योपैथिक दवाएं गर्भावस्था के दौरान शिशुओं, बच्चों, वयस्कों और महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं।होम्योपैथिक उपचार हरएक के लिये अलग हो सकते है, इसलिये  होम्योपैथ डॉक्टर कि सलाह लेना आवश्यक है l 

होमियो केयर क्लिनिक:

डॉ. वसीम चौधरी अपनी टीम के साथ विभिन्न विकारों के कई रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। डॉ. वसीम चौधरी पुणे के एक प्रसिद्ध होम्योपैथ और सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक हैं। उन्होंने अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ होमियो केयर क्लिनिक शुरू किया है। होम्योपैथी क्लीनिक की यह श्रृंखला पूरे पुणे में फैली हुई है। इसमें विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ डॉक्टर इलाज करते हैं। यदि आप अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आज ही पुणे में केंद्र मे भेट दे सकते है l